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Scooty के पेपर मांगना पुलिस वालों के लिया पड़ा भारी

Scooty के पेपर मांगना पुलिस वालों के लिया पड़ा भारी


लखनऊ के हजरतगंज चौराहे पर कल ख़ूब बवाल हुआ, दरसल पुलिस चेकिंग के दौरान एक युवक और युवती स्कूटी से जा रही थी, दोनो को पुलिस ने रोक और स्कूटी का पेपर माँगा पर इस बात से युवती पुलिसकर्मियों पर भड़क गई और हंगामा शुरू कर दिया। कुछ देर बाद अधिक पुलिस वालों को देख कर युवती घबरा के रोने भी लगी।



हालांकि, पेपर न होने पर स्कूटी सीज कर दी गई। 


चौक निवासी सत्यांश मिश्रा दोपहर एक बजे युवती के साथ हजरतगंज मार्केट में घूमने आया था। प्रभारी निरीक्षक महिला थाना शारदा चौधरी के मुताबिक चौराहों पर चेकिंग के दौरान स्कूटी पर दो सवारी देख कर उसे रोककर कागज मांगा गया तो युवती ने पुलिसकर्मियों का विरोध करते हुए जमकर हंगामा किया।


इस पर पुलिसकर्मियों के हाथ-पांव फूल गए। 

उन्होंने तत्काल SHO महिला थाने को सूचना दी।
मौके पर पहुंची महिला पुलिस ने युवती को बहुत समझा भुजा कर नियंत्रित में किया। पुलिस का कहना है की रोके जाने पर पेपर दिखा के वे जा सकते थे, पेपर ना होने पर challan करा के भी जया जा सकता था परंतु इतना बवाल मचाने के ज़रूरत नहीं थी।


Social Media पर लोगों ने पुलिस के बर्ताव पर उठाए सवाल -

पुलिसकर्मियों के पेपर मांगने पर युवक न तो गाड़ी के पेपर दिखा सका और न ही दो सवारी चलने का कारण बता सका, परंतु इस बात पर कई लोगों को आपत्ति है, जब सरकार ने दो लोगों के एक गाड़ी पर चलने की अनुमति दे दी है तब इस प्रकार से पुलिस का लोगों को रोक-रोक कर उनके आने जाने की वजह पूछना किस हद तक जायज़ है।

10 Responses to "Scooty के पेपर मांगना पुलिस वालों के लिया पड़ा भारी"

  1. पुलिस को कारण बताना जरूरी नही है

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  2. Police h ye Sirf zulm krna jante h

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  3. Paise kamne ka chakkar hai .koi aasani se de de ti badhiya verna chalan naam ka chutiyapa to hai he. Aur bolte hain janta k sevak hai . Ham sab ko chutiya banaya jatahai ki ham democrecy me hai par kaam to saare ulte he ho rahe hain

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  4. Indian police is working under strange social conditions wherein their bonafide actions is alleged to be morivated. On the other hand, public wants live and conduct itself in anarchism with no civic sense, not following traffic rules, misbehaving in public etc etc. It has become rather fashion to just hold police or administration to blame for everything that goes wrong. How do police or administration discherge their charter of duties. We need to educate oursekves and be responsible citizens.

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  5. har tarha ka zulm aam admi ke liye nata ke aage tho police sar jhuka deti .

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  6. Lockdown mein kewal El admin hi Allow hai two wheeler par

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  7. Plz don't blame police these days they are doing a great job we should support them..

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  8. पुलिस चेकिंग करे नियम अनुसार पर ड्यूटी पर मौजूद पुलिस उसका गलत फायदा मत उठाये जिससे जनता को परेशानी का सामना उठना पड़े औए इस तरह के हालात भी न पैदा हो राजधानी की रोडो पर।

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  9. 02/06/2020 Ko mujhe traffic pay rok k bola ki samnay number plate lgao jbki 6x4 size mai maine gaadi k visor pay bda bda number likhva rkkha hai. Office janay k time ye logo ko pareshan krtay. Agr office na jana hota toh bhes kr sktay thay. Inko bs paisa chahye.

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  10. शर्म आती है इन सभी बेहूदे कमेन्ट को पढ़कर मतलब मामला चाहे जो हो गलती हमेशा पुलिस की ही होती है जब पुलिस जांच कर रही है तो उसको सही जानकारी बताने की क्या हर्ज है अगर इस जगह पर लड़के होते तो यही कमेन्ट करने वाले पुलिस के पक्ष में खड़े होते लेकिन यहाँ लड़की है तो पुलिस वाले गलत हो गये क्योंकि छिछोरे पन की यही पहचान है|

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